आज रात उसे ओढ़ कर मैं सो जाऊँगी
कुछ और ना मिला तो बस वोह एक याद लिए खो जाऊँगी
ज़रूरत हो अब तो तुम मेरी
मैं नाम तुम्हारा लेके आज सो जाऊँगी
कल तक ना गर आई लेकिन, मैं बावरी ठहरी, खो जाऊँगी
फुर्सत मिले जो, इधर आना
थपकी हो गर तुम्हारी, मैं सो जाऊँगी
दो मीठी बातें कर सको तुम तो कर लेना, बस खो जाऊँगी
इश्क ना भी हो, जुनूं ही सही,
लोरी ही गा देना 'नूर', मैं सो जाऊँगी
दो पल पास आना, नज़रें 'विती' से मिलाना, मैं खो जाऊँगी
तुम्हारा ख़याल ही काफी है
आज रात उसे ओढ़ कर मैं सो जाऊँगी...